Homeचतुर्थ श्रेणी कर्मचारी टेस्ट राजस्थानी लोकोक्तियां - राजस्थान हाईकोर्ट चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती 2026 अति महत्वपूर्ण प्रश्न September 22, 2025 0 राजस्थानी लोकोक्तियां राजस्थानी लोकोक्ति और मुहावरे क्विज़ 📝 सभी प्रश्नों को पूरा करने के लिए आपके पास 20 मिनट हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक मिलेगा। समय शेष: 20:00 1. 'थाली री बाड़ में थाली' लोकोक्ति का सही अर्थ क्या है? A. थाली को बाड़ में रखना। B. व्यर्थ की बातों में उलझना। C. जिस प्रकार थाली का कोई ठिकाना नहीं होता, उसी प्रकार किसी व्यक्ति के विचारों में स्थिरता न होना। D. कोई व्यक्ति बिना काम के बैठा हो। 2. 'पग फूँक-फूँक'र दैणौ' का क्या मतलब है? A. पैर में फूँक मारना। B. बहुत सतर्कतापूर्वक काम करना। C. पैरों में जलन होना। D. जल्दी-जल्दी चलना। 3. यदि कोई व्यक्ति अपने हाथ से ही अपना नुकसान कर ले, तो उसके लिए कौनसी लोकोक्ति उपयुक्त है? A. पगड़ियाँ उछाळणौ। B. पगां नै कुल्हाड़ी बांणौ। C. पांणी उतरणौ। D. पांणी पिछांणणौ। 4. 'घोड़ी मरै या छोरो, बामण कौ टक्कों खरौ' का क्या अर्थ है? A. ब्राह्मण की पूजा करना। B. ब्राह्मण का पैसा हमेशा सही होता है, चाहे कुछ भी हो जाए। C. ब्राह्मण को घोड़े और बच्चे से ज्यादा महत्व देना। D. घोड़ी और लड़का दोनों का मरना बुरा है। 5. 'आंखों में चूल्हियां लगना' का अर्थ क्या है? A. आँखों में दर्द होना। B. किसी को धोखा देना। C. बहुत तेज भूख लगना। D. आँखों में कुछ गिर जाना। 6. 'पांणी पी'र जात पूछणी' का क्या अर्थ है? A. पानी पीने से पहले जाति पूछना। B. पानी पीने के बाद जाति का पता लगाना। C. स्वार्थ सिद्ध हो जाने के बाद औचित्य पर ध्यान देना। D. किसी से बिना पूछे पानी पीना। 7. 'घूंघटा सै सती नहीँ, मुंडाया जती नहीँ' इस लोकोक्ति का क्या अर्थ है? A. घूंघट से स्त्री सती होती है और सिर मुंडाने से पुरुष संन्यासी। B. बाहरी दिखावे से कोई व्यक्ति अच्छा नहीं बनता। C. घूंघट से सती और सिर मुंडाने से जती नहीं बना जा सकता है। D. सती और जती दोनों अच्छे लोग होते हैं। 8. 'पहाड़ टूटणौ' का सही अर्थ क्या है? A. पहाड़ का गिरना। B. किसी पर भारी आफत या विपत्ति आ जाना। C. पहाड़ पर चढ़ना। D. कोई व्यक्ति बहुत ताकतवर हो। 9. 'पांणी उतरणौ' का क्या अर्थ है? A. पानी का स्तर कम होना। B. अपमानित होना। C. प्यासा होना। D. नदी पार करना। 10. 'पांचू आंगळी घी में होणी' का क्या अर्थ है? A. हाथ की पांच उँगलियों में घी लगा होना। B. हर तरफ से लाभ होना। C. घी खाना पसंद करना। D. काम करते हुए हाथ में घी लगना। 11. 'पसीना रौ खून करणौ' का क्या अर्थ है? A. पसीने को खून में बदलना। B. बहुत अधिक परिश्रम करना। C. खून बहाना। D. पसीने से खून निकलना। 12. 'रातों रात राजा बण' का सही अर्थ क्या है? A. रात में राजा बनना। B. अचानक बहुत अमीर हो जाना। C. रात को राज करना। D. राजा का रात में राज करना। 13. 'घर तो नागर बेल पड़ी, पाड़ोसण को खोसै फूस' का क्या अर्थ है? A. अपने घर में बेल लगाना। B. अपने घर की देखभाल करना। C. अपना काम छोड़कर दूसरों का काम करना। D. पड़ोसियों से झगड़ा करना। 14. 'लांठां रा पग माथा ऊपर' का क्या अर्थ है? A. बड़ों का सिर आँखों पर, यानी उनकी हर बात स्वीकार्य होती है। B. बड़ों के पैर सिर पर रखना। C. बड़ों को सिर झुकाना। D. बड़ों के साथ झगड़ा करना। 15. 'चिड़ी जो न्हावै धूल मैँ, हा आवण हार' का क्या अर्थ है? A. चिड़िया धूल में स्नान करती है। B. जब चिड़िया धूल में नहाती है तो वर्षा की संभावना होती है। C. चिड़िया पानी में नहाती है। D. चिड़िया धूल से डरती है। 16. 'ताता पाणी सै कसी बाड़ बळै' का क्या अर्थ है? A. गर्म पानी से बाढ़ आ जाती है। B. क्रोध से किसी का कुछ नहीं बिगड़ता। C. गर्म पानी से शरीर जलता है। D. पानी गर्म करने से बिजली बचती है। 17. 'लांबा हाथ बाड़ में घालण सारू नीं है' का सही अर्थ क्या है? A. लंबे हाथ बाड़ में नहीं डालने चाहिए। B. लंबे हाथ फल-फूलों की ओर बढ़ने चाहिए। C. बाड़ को हटाना। D. लंबे हाथ से फल तोड़ना। 18. 'ऊँट उगाणा पगाँ थोड़ी घूमतो' का क्या अर्थ है? A. ऊँट नंगे पांव घूमता है। B. ऊँट बिना पैरों के नहीं चल सकता। C. बड़ी चीज़ों को छोटे स्तर से नहीं देखा जा सकता। D. ऊँट के पैर बड़े होते हैं। 19. 'घणी सूधी छिपकली चुग-चुग जिनावर खाय' का सही अर्थ क्या है? A. बहुत सीधी छिपकली बहुत कीड़े खाती है। B. जो व्यक्ति बहुत सीधा दिखता है, वह कभी-कभी बहुत खतरनाक होता है। C. छिपकली बहुत सीधी होती है। D. जानवर छिपकली को खाते हैं। 20. 'खोयो ऊँट घड़ा में ढूँढे' का क्या अर्थ है? A. ऊँट को घड़े में ढूँढना। B. किसी बड़ी चीज़ को छोटी जगह में ढूँढना। C. ऊँट का खो जाना। D. घड़े में ऊँट को रखना। सबमिट करें You Might Like View all
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